आखिर हमारे समाज को क्या होता जा रहा है? हमारा समाज आज गन्दा होता जा रहा है और इसमें गन्दगी कुछ बुरे और दबंग लोग फैला रहे हैं, जो कमजोर कानून की वजह से बच रहे हैं आज अच्छाई की जगह बुराई पनप रही है और जो इंसान अच्छे के मार्ग पर चलना चाहता है उसको ये समाज को दुश्मन बाधा पहुँचाते हैं, यहाँ तक की उस बेचारे की हत्या कर देते है और हमारा कमजोर, जर्जर और पुराना हो चुका कानून उस अपराधी का कुछ भी नहीं कर पाता है (सबूतों और गवाहों के ना होने पर ), इसी के कारण अपराध और बलात्कार की घटनाये दिन प्रतिदिन बढती जा रही हैं।
हवस का भूखा भेड़िया/जानवर, और अपनी लाज बचने की कोशिश करती ये नारी |
समाज में ना जाने बलात्कार की ये प्रवत्ति क्यों बढ़ रही है, इसका क्या कारण है, क्या उपाय है और क्या सजा होनी चाहिए इस पर न कभी सरकार ने ढंग से गौर किया है ना हमारे बुद्धिजीवियों ने और ना ही लोकतंत्र का चौथा खम्भा कहे जाने वाले मीडिया ने और ना ही इसका कठोर निदान निकाल पाया है। अर्थात इसका कोई समुचित निदान अभी तक नहीं मिला या नहीं लागू हो पाया है।